माता वैष्णो देवी यात्रा न केवल धार्मिक श्रद्धा का केंद्र है, बल्कि कटड़ा और आसपास के क्षेत्र की आजीविका का मुख्य आधार भी है।


 माता वैष्णो देवी यात्रा: 22-अप्रैल के बाद माता वैष्णो देवी की यात्रा में इतनीगिरावट दर्ज की जा रही है भक्तों की संख्या दिन पर दिन काम हो रही है इस वर्ष श्रद्धालुओं की प्राथमिकता महाकुंभ की ओर मुड़ गई थी, और उसके बाद पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने डर का माहौल पैदा कर दिया। इससे श्रद्धालुओं की संख्या में 70% तक की गिरावट आई है।

आर्थिक प्रभाव:
होटल बुकिंग, दुकानों की बिक्री, यात्रा सेवाएं—हर क्षेत्र में मंदी है। कटड़ा जैसे धार्मिक पर्यटन केंद्र का जीवंत माहौल आज सन्नाटे में बदल गया है।

स्थानीय अपीलें:
होटल एसोसिएशन और व्यापारी संगठनों ने सरकार से सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने और एक सकारात्मक प्रचार अभियान चलाने की मांग की है ताकि श्रद्धालुओं का विश्वास बहाल किया जा सके।

जरूरत क्या है?

सुरक्षा का भरोसा दिलाना।

प्रचार के ज़रिए भय हटाना।

स्थानीय लोगों के रोजगार को बचाना।

श्राइन बोर्ड और सरकार की सक्रिय भूमिका।

यदि यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहती है, तो हजारों लोगों की आजीविका पर संकट आ सकता है। धार्मिक पर्यटन पर निर्भर समुदायों के लिए यह एक अलार्मिंग सिग्नल है।

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