दिल्ली के इस मंदिर का रहस्य: पांडव और कौरव ने देवी काली के दर्शन करने आए थे जाने इसका इतिहास..


दिल्ली का कालकाजी मंदिर एक ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व वाला स्थल है, जिसकी मान्यता और इतिहास बहुत ही रोचक हैं। यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके साथ जुड़े हुए किस्से भी बहुत दिलचस्प हैं। आइए, जानते हैं कालकाजी मंदिर से जुड़े कुछ और तथ्य और इतिहास के बारे में:


1. कौन सी देवी की पूजा होती है यहाँ?

कालकाजी मंदिर में देवी कालका की पूजा की जाती है, जिन्हें शक्ति और दुर्गा के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि देवी आदिशक्ति महाकाली के रूप में इस स्थान पर प्रकट हुईं थीं और उन्होंने असुरों का संहार किया। इस मंदिर में देवी शक्ति की उपासना होती है, जो एक सिद्ध पीठ के रूप में जाना जाता है।



2. मंदिर का इतिहास

कालकाजी मंदिर का इतिहास महाभारत काल से जुड़ा हुआ है। कहा जाता है कि महाभारत के युद्ध के दौरान पांडव और कौरव इस मंदिर में जाकर देवी काली के दर्शन करने आए थे। इस मंदिर का निर्माण और पुनर्निर्माण कई बार हुआ। सबसे पहले मंदिर का हिस्सा 1764 ईस्वी में बनाया गया था। वर्तमान संरचना का निर्माण 18वीं और 19वीं शताबदी के बीच हुआ था।


3. नवरात्रि के दौरान विशेष मान्यता

नवरात्रि के समय इस मंदिर में विशेष पूजा होती है। विशेष रूप से अष्टमी और नवमी के दिन माता की पूजा की जाती है, और इस दौरान मंदिर में एक बहुत बड़ा मेला भी लगता है। खास बात यह है कि अष्टमी के दिन मंदिर के कपाट खोलने के बाद अगले दिन आरती नहीं होती है। इस दिन को बहुत श्रद्धा से मनाया जाता है।


4. ग्रहण के दौरान मंदिर खुला रहता है

अधिकतर मंदिरों में ग्रहण के समय पूजा नहीं होती और मंदिर बंद रहते हैं, लेकिन कालकाजी मंदिर उन कुछ विशेष मंदिरों में से एक है जो सूर्यग्रहण के दौरान भी खुला रहता है। भक्त इस दौरान भी मंदिर में पूजा-अर्चना कर सकते हैं।

5. मंदिर का जीर्णोद्धार

कालकाजी मंदिर का जीर्णोद्धार मुग़ल साम्राज्य के सरदार अकबर शाह द्वारा कराया गया था। इस समय मंदिर की संरचना को और सुदृढ़ किया गया था, ताकि यह समय के साथ अपनी पवित्रता और महत्व बनाए रख सके।


6. कैसे पहुंचे कालकाजी मंदिर?

कालकाजी मंदिर दिल्ली मेट्रो की वायलेट लाइन पर स्थित है। सबसे नजदीकी मेट्रो स्टेशन "कालकाजी" है, जहां से मंदिर तक पैदल जाया जा सकता है। इसके अलावा, आप अपनी निजी कार, टैक्सी, बस, या ई-रिक्शा के जरिए भी मंदिर तक पहुंच सकते हैं। मंदिर के आसपास की जगहों जैसे नेहरू प्लेस, ओखला बर्ड सेंचुरी और इंडिया गेट को भी आप आसानी से घूम सकते हैं।


7. पवित्रता और श्रद्धा

कालकाजी मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह पवित्रता, श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक भी है। यहाँ भक्त अपनी मनोकामनाएँ पूरी होने की उम्मीद में दर्शन के लिए आते हैं और हर रोज़ यहाँ भारी संख्या में लोग पूजा अर्चना करने पहुंचते हैं।


यह मंदिर दिल्ली के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है और यहाँ की वाइब्स और दिव्यता भक्तों को आकर्षित करती हैं।

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