अमरनाथ यात्रा 2025 की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। जम्मू-कश्मीर सरकार और श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड ने इस साल की यात्रा को स्मरणीय और सुरक्षित बनाने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। इस वर्ष यात्रा 3 जुलाई से शुरू होगी और यह 38 दिन चलेगी, जो 9 अगस्त को रक्षाबंधन वाले दिन संपन्न होगी।
टेंट और दुकानें आवंटन की प्रक्रिया: अमरनाथ यात्रा के दोनों प्रमुख मार्गों, बालटाल (गांदरबल जिला) और पहलगाम (अनंतनाग जिला) पर टेंट और दुकानों के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब, इस माह के अंत तक, जिला प्रशासन ड्रॉ के माध्यम से टेंट और दुकानों को आवंटित कर देगा। आवेदन प्रक्रिया 31 मार्च को समाप्त हो चुकी थी, और दोनों मार्गों के लिए आवंटन पूरी तरह से ड्रॉ पर आधारित होगा।
अग्रिम पंजीकरण: अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण 14 अप्रैल से शुरू होगा। श्रद्धालुओं को यात्रा के लिए स्वास्थ्य प्रमाणपत्र प्राप्त करना अनिवार्य होगा, और यह प्रमाणपत्र केवल उन डॉक्टरों द्वारा जारी किया जाएगा, जिन्हें जम्मू और कश्मीर सरकार ने नामित किया है। पंजीकरण प्रक्रिया जम्मू और कश्मीर के विभिन्न बैंकों की शाखाओं में होगी, जिनकी सूची जल्द ही जारी की जाएगी।
बर्फ हटाने और अन्य तैयारी: यात्रा मार्गों पर बर्फ हटाने का काम मई से शुरू हो जाएगा। साथ ही, यात्रा ट्रैक की मरम्मत और आधार शिविरों पर अस्थायी अस्पतालों की स्थापना की योजना भी बनाई जा रही है। बालटाल और पहलगाम मार्गों पर टेंटों के अलावा, श्रद्धालुओं के खाने-पीने का भी ध्यान रखा जाएगा।
श्रद्धालुओं के लिए इंतजाम: जम्मू-कश्मीर प्रशासन और श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड यात्रा को श्रद्धालुओं के लिए सुखद और यादगार बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं। इसके साथ ही, यात्रा के दौरान दीपमालाएं सजाने, लंगर व्यवस्था और अन्य सुविधाओं का भी ध्यान रखा जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक यात्रा का पूर्ण अनुभव मिल सके।
निष्कर्ष: अमरनाथ यात्रा 2025 के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। श्रद्धालुओं को इस बार बेहतर और सुरक्षित यात्रा अनुभव देने के लिए सरकार और बोर्ड सभी संसाधनों को लगा रहे हैं।

